ग्रहों की दृष्टियां क्या होती हैं ?
ग्रहों की दृष्टि-- प्रत्येक ग्रह जिस स्थान अर्थात् भाव में स्थित होता है वहां से सप्तम स्थान को पूर्ण दृष्टि से देखता है, अर्थात् उस स्थान पर अपना पूर्ण प्रभाव डालता है। यह नियम सब ग्रहों के लिए एक समान है ।
🍁 ज्योतिष-‘ग्रहों की दृष्टियाँ’
— Chandramauli (@chandramauli01) January 22, 2021
🔸हर ग्रह की सप्तम् दृष्टि-पूर्ण दृष्टि माना गया है लेकिन कुछ ग्रहों की विशेष दृष्टियां होती हैं।
🔸सूर्य,चन्द्र,बुध व शुक्र की सप्तम् दृष्टि को पूर्ण दृष्टि मानते है अर्थात् यह ग्रह जिस भाव में स्थित हों वहां से सप्तम् भाव पर पूर्ण दृष्टि देंगे।
🍁 ज्योतिष-‘ग्रहों की दृष्टियाँ’
— Chandramauli (@chandramauli01) January 22, 2021
🔸हर ग्रह की सप्तम् दृष्टि-पूर्ण दृष्टि माना गया है लेकिन कुछ ग्रहों की विशेष दृष्टियां होती हैं।
🔸सूर्य,चन्द्र,बुध व शुक्र की सप्तम् दृष्टि को पूर्ण दृष्टि मानते है अर्थात् यह ग्रह जिस भाव में स्थित हों वहां से सप्तम् भाव पर पूर्ण दृष्टि देंगे।
किस ग्रह की कौन सी दृष्टि होती है?
इस दृष्टि के अतिरिक्त कुछ ग्रहों की विशेष दृष्टि भी है।
मंगल की दृष्टि कौन सी है?
अर्थात् मंगल की दृष्टि अथवा प्रभाव जहां मंगल स्थित हो वहां से चतुर्थ तथा अष्टम भाव पर भी पड़ता है।
ग्रहों की दृष्टि कैसे देखी जाती है?
गुरु की दृष्टि अथवा प्रभाव जिस भाव में गुरु स्थित हो वहां से पंचम तथा नवम भी पड़ता है।
शनि की कौन सी दृष्टि होती है ?
इसी प्रकार शनि की दृष्टि अथवा प्रभाव, जिस स्थान में शनि स्थित हो वहां से तृतीय तथा दशम भाव पर भी पड़ता है।
राहु की कितनी दृष्टि होती है?
राहु तथा केतु की दृष्टि उनके स्थानों से पंचम तथा नवम स्थानों पर पड़ती है