नवां नंदिनी लोकमित्र शिविर दिल्ली में हुआ सफलतापूर्ण संपन्न

Vinoba bhave
 ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

नई दिल्ली। विनोबा विचार प्रवाह के सूत्रधार रमेश भइया ने कहा कि आपको बताते चलें कि पहला शिविर पर्यावरणीय स्वच्छता संस्थान  सुघड़ आश्रम गांधीनगर ,श्री जयेश भाई पटेल के सौजन्य से,  दूसरा बागधारा बांसवाड़ा राजस्थान श्री जयेश जोशी के सौजन्य से, तीसरा ग्लोरियस अकादमी वाराणसी में श्री गिरीश तिवारी और अजय पांडे के सौजन्य से, चौथा शिविर परमार्थ आश्रम ऋषिकेश में नंदिनी गंगे बहन के सौजन्य से, पांचवां शिविर गांधी ग्राम सेवा केंद्र चरमण्डली भोपाल डा आर के पालीवाल डा सुरेश गर्ग के सौजन्य से , छठा शिविर सेवाधाम अंकितग्राम उज्जैन में श्री सुधीर गोयल जी के सौजन्य से ,सातवां कस्तूरबा गांधी स्मारक ट्रस्ट अरसीकेरी कर्नाटक डा आबिदा बेगम के सौजन्य से, आठवां सफाई विद्यालय साबरमती आश्रम अहमदाबाद में ई एस आई के सौजन्य से, नवां शिविर हरिजन सेवक संघ गांधी आश्रम दिल्ली में सद्भावना सम्मेलन के साथ डा शंकर कुमार सान्याल के सौजन्य से अभी अभी दो दिन पहले ही सकुशल संपन्न हुआ।

अभी तो प्रतिभागी अपने अपने घर ही पहुंच रहे हैं। राजधानी दिल्ली का शिविर अपनी उसी गरिमा के साथ संपन्न हुआ।केरल के राज्यपाल डा आरिफ मोहम्मद खान , आचार्य लोकेश जी महाराज, प्रो डा आनंदकुमार जी और डा शेखर दत्त भी पधारे थे। पवित्र परिसर की खुशबू की अनुभूति और सुंदर अहसास सभी को हुआ।  हम सब अवगत ही हैं कि नंदिनी शिविर एक अद्भुत ढंग से आयोजित होने का सिलसिला चल रहा है। आयोजक संस्थाएं गांधी विनोबा विचार से जुडी होने के कारण बहुत ही स्नेहिल भावना से शिविर कर रही हैं।सभी संस्थाओं ने अपना प्रेमभरा आमंत्रण विनोबा विचार प्रवाह को दिया है।उसी भावना की फलश्रुति ही यह शिविर का सुंदर आयोजन हैं। 

बाबा विनोबा कहते ही थे कि शिविर संबंध जोड़ने के लिए एक साधन हैं इसलिए शिविर आयोजक की प्रसन्नता बड़ा ही महत्वपूर्ण है। मित्रों अगला शिविर गांधी विनोबा विचार की संगम भूमि पर संपन्न होने वाला है। डा सुजाता चौधरी जो कि बहुत ही विद्वान और चिंतक हैं। समस्तीपुर जिला बिहार का है जहां पर सुजाता बहन ने एक शिक्षा संस्थान भी खड़ा किया है। वहीं पर ह्रदयकुंज भी बनाया है। जहां हमारे बुजुर्ग सर्वोदय के तपस्वी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन सभी का स्नेह शिविर की बड़ी उपलब्धि होगी।

  सभी बहनों से अनुरोध है कि जरूर आइए । ऐसा अद्भुत अनुभव देखने का अवसर कहां मिलेगा। दिनांक 29 30 31 अक्तूबर को संपन्न होने वाले शिविर हेतु 28 को भी आया जा सकता है। वापसी 31 को संभव है।

समस्तीपुर रेलवे स्टेशन से आपको लेने की व्यवस्था डा सुजाता दीदी ने जुटाई ही है। आप आने की सूचना जल्दी जल्दी देवें। रामहरि

Share this story