25 फलों के पौधे छात्रावास परिसर में रोपित किए गए
दिनांक: 14.08.2024: को इसी श्रृंखला में विभाजन—विभीषिका त्रासदी पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विभाजन—विभीषिका पर आधारित वृत चित्र दिखाई गई। तत्समय बंटवारे से होने वाले दुष्परिणामों को प्रस्तुति के द्वारा अवगत कराया गया और युवा पीढ़ी को देश की एकता और अखंडता का रक्षा करने का संदेश भी दिया गया, जो वर्तमान समय के लिए आवश्यक है। इसके तुरंत बाद राष्ट्र प्रेम की भावना जागृत करने के उद्देश्य से शुरू हुई तिरंगा रैली हर घर तिरंगा के उद्घोष एवम गायन के साथ रैली निकाली गई। जिसमें संस्थान के सभी संवर्गों द्वारा सेल्फी विद तिरंगा में जोर-शोर से प्रतिभाग किया गया।
इसी दिन "काकोरी ट्रेन घटना की 100वी" वर्षगांठ के शताब्दी महोत्सव का आगाज किया गया। जिसमें विभिन्न कार्यक्रमों के अंतर्गत बाद विवाद, रंगोली,पोस्टर प्रतियोगिता , नुक्कड़ नाटक और देशभक्ति गीतों का आयोजन हुआ।
प्रतियोगिता संबंधित प्रशस्ति पत्र वितरण एवम स्वल्पाहार के साथ संपन्न हुआ।दिनांक: 15.08.2024: स्वाधीनता के तीन दिवसीय कार्यक्रम के मुख्य दिन संस्थान प्रांगण में भव्य ध्वजारोहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें संस्थान का हर संवर्ग राष्ट्रभक्ति एवम जोश के साथ उपस्थित थे।
राष्ट्रीय पर्व के इस शुभ अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रो०(डा०)सी०एम०सिंह ने अपने संबोधन में सर्वप्रथम स्वाधीनता दिवस की बधाइयां दी और संस्थान की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला । उन्होंने भविष्य की योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने पूरे संस्थान के सभी संवर्गों को उनके कार्य एवम प्रयासों की प्रशंसा की और निरंतर अच्छा कार्य करने हेतु प्रत्साहित किया।उनके द्वारा संस्थान में एक नई परिपाटी अवार्ड ऑफ़ मेरिट पुरस्कार का आगाज किया।जिसका उद्देश्य संस्थान के नियमित कर्मचारियों का मनोबलबढ़ाना है और संस्थान में उनके उत्कृष्ट कार्य की सराहना किया जाना है।
जिसके अंतर्गत संस्थान के विभिन्न संवर्गों से कुल 15 कार्मिकों को अवार्ड ऑफ़ मेरिट प्रशस्ति पत्र के साथ-साथ रु०5000/ की धनराशि भी बतौर पुरस्कार दी गई ।निदेशक महोदय द्वारा भर्ती मरीजों को फल वितरण भी किया गया।इस अवसर पर संस्थान के छटा न्यूज लेटर भी जारी किया गया ।इस अवसर पर संस्थान के संकाय सदस्यों एवम कार्मिकों के बच्चों द्वारा संस्थान में द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में रंगा-रंग प्रस्तुतियां दी गई। कार्यक्रम का समापन बच्चों को पुरस्कार और प्रशस्ति -पत्र वितरण के साथ हुआ।नोट: इस दौरान बंगाल मे डॉक्टर के साथ हुई दुर्घटना के लिए मौन प्रार्थना की गई ।