शिक्षक , भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन से प्रेरणा लेकर उसको आत्मसात करने का करे प्रयास : आर. एस. बग्गा
शिक्षक सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि श्री बग्गा जी ने अपने संबोधन में देश के महान वैज्ञानिक एवम पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे. अब्दुल कलाम द्वारा लिखित पुस्तक ' मेरी जीवन यात्रा ' का जिक्र करते हुए कहा कि इस पुस्तक में उन्होंने वैज्ञानिक एवम देश का राष्ट्रपति बनने का श्रेय अपनी मां के आशीर्वाद को ही दिया है। उन्होंने कहा कि ' मां की दुआ कभी खाली नही जाती, मां की दुआ खुदा से भी टाली नही जाती।
श्री बग्गा जी ने कहा कि शिक्षक का काम केवल शिक्षा देना नही है बल्कि एक ऐसा योग्य व्यक्ति बनाना है जो समाज की सेवा कर सके। उन्होंने कहा कि शिक्षक एक कुम्हार की तरह होता है एवम शिष्य गीली मिट्टी की तरह। शिक्षक गीली मिट्टी रूपी शिष्य को तराशकर उसे समाज एवम राष्ट्र सेवा के लिए तैयार करता है। मां की पाठशाला के बाद विद्यालय में मां - बाप की तरह बच्चे को तराशने एवं उनकी देखभाल करने का कार्य केवल शिक्षक ही कर सकता है। सभी राष्ट्र निर्माता शिक्षक सम्मान के पात्र हैं। हमें शिक्षकों का हमेशा सम्मान करना चाहिए। उन्होंने शिक्षकों से शिक्षक शिरोमणी डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन से प्रेरणा लेकर उसको आत्मसात करने का प्रयास करने को कहा।
संचालन कर रहे शिक्षक वीके श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में भारत रत्न , महान दार्शनिक, शिक्षाविद एवम देश के द्वितीय राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के शिक्षक से लेकर राष्ट्रपति बनने तक उनके बारे में अपने विचार व्यक्त किए।उन्होंने शिक्षकों से उनके जीवन से प्रेरणा लेने को कहा।कॉलेज प्रबंधक एवम समारोह के मुख्य अतिथि ने कॉलेज के शिक्षकों, शिक्षिकाओं एवम कर्मचारियों को गिफ्ट प्रदान कर सम्मानित किया। कॉलेज के उप प्रधानाचार्य नीरज श्रीवास्तव , वरिष्ठ लिपिक विक्रांत अवस्थी ने पुष्प माला पहनाकर एवम शिक्षिका श्रीमती गुरमीत कौर ने पुष्प गुच्छ भेंट कर मुख्य अतिथि का स्वागत किया। कार्यक्रम समापन पर उप प्रधानाचार्य ने मुख्य अतिथि का आभार व्यक्त किया।
इससे पूर्व कॉलेज के भूतपूर्व छात्र सूजल गुप्ता, रवि कनौजिया, आकाश साहू व अनिकेत ने केक काटकर कॉलेज के प्रधानाचार्य स. वीरेन्द्र सिंह का जन्मदिन मनाया।इस दौरान शिक्षक एवम शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।