भारत और नेपाल के बीच के आर्थिक संबंध का ऐतिहासिक इतिहास है और आपस में किए गए कई एग्रीमेंट से आपस के संबंध बहुत मजबूत हुए है
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि भारत में नेपाल के राजदूत डॉक्टर शंकर प्रसाद शर्मा ने कहा कि भारत और नेपाल के बीच के आर्थिक संबंध का ऐतिहासिक इतिहास है और आपस में किए गए कई एग्रीमेंट से आपस के संबंध बहुत मजबूत हुए है। उन्होंने कहा कि पर्यटन व्यवसाय, अन्य ट्रेड व्यापार में आपस में दोनो देश को व्यापार करने की असीम संभावनाएं है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एसोसिएटेड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री आफ उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के अध्यक्ष इंजीनियर डी. पी. सिंह ने इस तरह के कार्यक्रम का स्वागत करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य भारत की तरफ से नेपाल का पड़ोसी राज्य है, इस कारण उत्तर प्रदेश इस इकनॉमिक कोऑपरेशन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है और पर्यटन व्यवसाय, व्यापारिक ट्रेड, कृषि संबंधित व्यवसाय, सिंचाई प्रोजेक्ट्स, सूर्य ऊर्जा प्रोजेक्ट्स, एजुकेशनल स्कॉलरशिप और एक्सचेंज प्रोग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
उन्होंने विभिन्न भारतीय उद्यमियों से नेपाल में व्यवसाय को करने का पहल करने की राय देते हुए कहा कि साथ ही नेपाल के उद्यमियों को भी उत्तर प्रदेश में अपने व्यापार को बढ़ावा देने के प्रयास करने का भी सुझाव दिया। मंत्री तारा नाथ अधिकारी ने नेपाल में इन्वेस्टमेंट, ट्रेड और टूरिज्म की संभावनाओं पर अपने देश का एक महत्वपूर्ण विषयगत प्रस्तुतिकरण दिया एवम उपस्थित उद्यमियों और चैंबर के प्रतिनिधियों को आगामी 28 और 29 अप्रैल 2024 में होने वाले नेपाल इन्वेस्टमेंट समिट में आने का निमंत्रण दिया। इस आयोजन को अन्य चैंबर और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधियों ने भी सम्बोधित किया