देश के सबसे अधिक अंतर्राष्ट्रीय तथा घरेलू एयरपोर्ट तथा सबसे बड़े रेल नेटवर्क के साथ, उत्तर प्रदेश भारत के सबसे बड़े लोजिस्टिक्स एवं वेयरहाउसिंग हब बनने की राह पर : नन्द गोपाल गुप्ता 'नंदी'
 

With the most number of international and domestic airports and the largest rail network in the country, Uttar Pradesh is on its way to becoming India's largest logistics and warehousing hub: Nand Gopal Gupta 'Nandi'
With the most number of international and domestic airports and the largest rail network in the country, Uttar Pradesh is on its way to becoming India's largest logistics and warehousing hub: Nand Gopal Gupta 'Nandi'

उत्तर प्रदेश डेस्क लखनऊ(आर एल पांडेय)। सी.आई.आई ने उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यू.पी.ई.डा.) के सहयोग से सी.आई.आई. लॉजिस्टिक्स एंड वेयरहाउसिंग समिट 2024 के दूसरे संस्करण का आयोजन किया, जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार के  उद्योग मंत्री  नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

सत्र को सम्बोधित करते हुए  नंद गोपाल गुप्ता, "नंदी"  उद्योग मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार, ने उल्लेख किया कि वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र व्यापार के हर क्षेत्र से किसी न किसी रूप से जुड़ा होता है और उद्योग का आधार बनता है। यू.पी. भारत का एकमात्र राज्य है जहां सबसे अधिक संख्या में अंतरराष्ट्रीय और घरेलू हवाई अड्डे हैं और साथ ही साथ देश का सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क भी उत्तर प्रदेश में मौजूद है। इस कारण, उत्तर प्रदेश में न केवल देश के सबसे बड़े लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग क्षेत्र का केंद्र बनने की क्षमता है, बल्कि यह क्षेत्र जल्द ही उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाकर यू.पी. के औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र को बदलने में भी सहायक होगा। श्रीहरि प्रताप शाही एसीईओ, यू.पी.ई.डा .ने अपने अभिभाषण में यू.पी. वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स नीति 2022 के तहत किए गए महत्वपूर्ण प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया की इस नीति में वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र को बढ़ावा देने, विकास और नवाचार के लिए अनुकूल वातावरण को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रोत्साहन शामिल हैं।

लोगो को संबोधित करते हुए सीआईआई उत्तरी क्षेत्र के खाद्य और डेयरी समिति के अध्यक्ष और गोल्डी ग्रुप के निदेशक  आकाश गोयनका ने उल्लेख किया कि यू.पी. भारत के सबसे बड़े और सबसे अधिक आबादी वाले राज्यों में से एक है, यहां वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र के विकास की अपार संभावनाएं व्याप्त हैं। देश के विभिन्न क्षेत्रों को जोड़ते हुए ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और प्रस्तावित दिल्ली-मुंबई औद्योगिक कॉरिडोर (डीएमआईसी) जैसे औद्योगिक गलियारों का विकास राज्य के लॉजिस्टिक्स नेटवर्क को और मज़बूत बनाएगा हैI 

डी.पी. वर्ल्ड के सीईओ, कॉन्ट्रैक्ट लॉजिस्टिक्स एंड कोल्ड चेन, सबकॉन्टिनेंट, अनूप चौहान ने प्रतिभागियों को कंपनी की व्यापक प्रोफ़ाइल के बारे विस्तार से बताते हुए कहा कि उनकी संस्था प्रौद्योगिकी और नवाचार के साथ लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग समाधानों के साथ उद्योग को सक्षम कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि डी.पी. वर्ल्ड कुशल और विश्वसनीय लॉजिस्टिक्स सेवाओं को सुनिश्चित करने के लिए स्थिरता और तकनीकी प्रगति पर ध्यान देने के साथ नवीन समाधानों और रणनीतिक निवेशों के माध्यम से वैश्विक व्यापार और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन में क्रांति लाने के लिए प्रतिबद्ध है।

सी.आई.आई. उत्तर प्रदेश के एम.एस.एम.ई पैनल संयोजक और ए.एम.ए हर्बल्स लेबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ  यावर अली शाह ने उल्लेख किया कि यह व्यापक रूप से स्वीकार किया जाता है कि वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र देश की आर्थिक वृद्धि को गति देने वाला इंजन है और एम.एस.एम.ई. के बाद सबसे बड़ा रोजगार प्रदाता है। उत्तर प्रदेश उत्तर भारत में एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र के रूप में उभरा है। राज्य के औद्योगिक उत्पादन को बढ़ावा देने पर वर्तमान सरकार के द्वारा कई प्रकार की नवीन पहल शुरू की गई हैं, जिनमें उद्घाटन वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन, ओडीओपी मेले और विभिन्न निवेश परियोजनाओं के लिए ग्राउंडब्रेकिंग समारोह शामिल हैं।
सत्र में उद्योग, प्रशासन, शिक्षा और अनुसंधान संस्थानों के 100 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

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