दशहरा क्यों किस लिए मनाया जाता है जानिए
इसे रामलीला के प्रदर्शनों के माध्यम से भी मनाया जाता है, जिसमें भगवान राम के जीवन के प्रमुख घटनाएं दिखाई जाती हैं। यह प्रदर्शन आमतौर पर दस दिनों तक चलते हैं और दशहरे के दिन रावण दहन के रूप में अवस्थित होते हैं।
दशहरे को अलंकरण, भजन-कीर्तन, पुजा-अर्चन, वस्त्रोत्सव, विभिन्न रंग-बिरंगे परिवारिक कार्यक्रमों के रूप में मनाया जाता है। इसे विभिन्न राज्यों में विभिन्न रूपों में मनाया जाता है, जैसे गुजरात में गरबा और दंडिया रास, बंगाल में धূপ-ধূনুচি, उत्तर प्रदेश और बिहार में मेला और नगर की परेड आदि।
Also Read - भारत हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कप के ग्रुप सी में कोरिया, स्पेन और कनाडा के साथ
दशहरे का महत्व यह है कि यह भगवान राम के वनवास की अंतिम वर्षी में भगवान रावण को वनराज के सरदृश्य में मारने का दिन है और इसे भगवान राम की विजय के रूप में मनाया जाता है। इसे भगवान राम के अपने भक्तों के लिए एक प्रेरणा स्रोत माना जाता है और विजय के परिणामस्वरूप अच्छाई की विजय का पर्व माना जाता है। सम्पूर्ण भारत में दशहरे को एक बड़े उत्सव के रूप में मनाया जाता है और लोग खुशी-खुशी मिलकर इसे धूमधाम से मनाते हैं। यह त्योहार धर्मिक और सांस्कृतिक महत्व का है और लोगों को एक साथ आने और साथीपन की भावना से जोड़ता है।